UP में बाढ़ कहर, रेलवे ट्रैक पर भरा पानी, कई ट्रेनें निरस्त तो कई का बदला गया रूट
गोरखपुर: अक्टूबर के महीने में हो रही लगातार बारिश सबके लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। यूपी के कई इलाकों में नदिया उफान पर हैं। गोरखपुर में राप्ती-रोहिन और सरयू नदी के बाद अब गर्रा नदी भी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ का असर ऐसा है कि बढ़नी-गोंडा और बंद किया गया है और 3 ट्रेनों को भी निरस्त किया गया है। इसके साथ ही 5 ट्रेनों का रूट बदला गया है। डुमरियागंज के रेलवे स्टेशन की एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें ट्रेन पानी में खड़ी दिखाई दे रही है।
88 गांव बाढ़ प्रभावित
सिर्फ गोरखपुर ज़िले के बात करें तो यहां 88 गांव बढ़ से प्रभावित हैं। लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में NDRF और SDRF जवानों की सहायता ली जा रही है। बीते मंगलवार से यहां पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भी बांटी जा रही है। सिद्धार्थनगर में राप्ती नदी लाल निशान से ऊपर बह रही है। डुमरियागंज के 132 केवी पॉवर स्टेशन में 2 फिट से अधिक पानी भर गया है। नदिया के उफान पर होने से यातायात पर बुरा असर पड़ा है। जानकारी के मुताबिक लखनऊ मण्डल के क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश से ट्रेनों के ट्रैकों पर पानी भर गया है। असर ये हुआ है कि बढ़नी-गोण्डा रूट को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है।
ये ट्रेनें निरस्त
गोमतीनगर-गोरखपुर ट्रेन-15082 को 11 अक्टूबर तक निरस्त किया गया है
गोरखपुर-ऐशबाग एक्सप्रेस-15069 को भी 11 अक्टूबर तक निरस्त किया गया है
ऐशबाग-गोरखपुर एक्सप्रेस-15070 को 11 अक्टूबर तक निरस्त किया गया है।
कुछ ट्रेनें शार्ट टर्मिनेट
तीन ट्रेनों को निरस्त करने के बाद कुछ ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट किया गया है। गोरखपुर-गोण्डा पैसेंजर बढ़नी स्टेशन तक चलाई जाएगी। गोण्डा नकहाजंगल पैसेंजर बढ़नी स्टेशन तक चलाई जाएगी। गोरखपुर-बांद्रा एक्स्प्रेस परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-बस्ती-गोण्डा के रास्ते चलाई जाएगी।